Not known Details About shiv chalisa lyrics in english with meaning

मातु पिता भ्राता सब कोई । संकट में पूछत नहिं कोई ॥

शिव को भस्म क्यों चढ़ाई जाती है, जानिए यहां भस्म आरती के राज

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राम दुआरे तुम रखवारे। होत न आज्ञा बिनु पैसारे।।

भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥

शिवाष्टकस्तोत्र को सुबह- शाम किसी भी दिन पढ़ सकते है।

दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै ॥

शिव पंचाक्षर स्तोत्र

शंकरं, शंप्रदं, सज्जनानंददं, शैल – कन्या – वरं, परमरम्यं ।

देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥

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वैसे तो आप शिव चालीसा को किसी भी दिन बोल सकते हैं, लेकिन रविवार, सोमवार तथा बुधवार को भगवान शंकर जी की चालीसा करने का बड़ा महत्व बताया गया.

जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल। दीनन के दुख दूर करि...

धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥

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